मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरे होने के बाद सोमवार को पहली बार पूरे केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक हुई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, प्रकाश जावड़ेकर और नरेंद्र तोमर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार के फैसलों की जानकारी दी। केंद्रीय मंत्री जावड़ेकर ने बताया कि आत्मनिर्भर भारत के लिए कई तरह फैसले लिए गए। उन्होंने बताया कि एमएसएमई की परिभाषा को और संशोधित किया गया है।

दरअसल, नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के एक साल पूरा होने के बाद पहली बैठक थी। इस दौरान उन्होंने लॉकडाउन के बाद देश को फिर से पटरी पर लाने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी।

-केंद्रीय कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा,'एमएसएमई की नई परिभाषा तय करते हुए निवेश और टर्नओवर की लिमिट बढ़ा दी गई है।'

-केंद्रीय कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, 'एमएसएमई का देश की जीडीपी में अहम योगदान है। 11 करोड़ से ज्यादा नौकरी एमएसएमई ने दी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में कई बड़े निर्णय हुए हैं।

-किसानों को राहत देने के लिए 14 खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में 50- 83% की वृद्धि: केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर

-देश में इस बार बंपर पैदावार हुआ है, अबतक 95 लाख मीट्रिक तक धान और 360 लाख मीट्रिक टन गेंहू खरीदा जा चुका है: नरेंद्र सिंह तोमर, कृषि मंत्री

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