'हर आतंकी का होगा खात्मा, पाकिस्तान सुन ले': अमित शाह का सख्त संदेश, पहलगाम हमले पर दी खुली चेतावनी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि भारत आतंक के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' की नीति पर काम कर रहा है और इस हमले में शामिल एक-एक आतंकी को चुन-चुनकर खत्म किया जाएगा। अमित शाह दिल्ली के कैलाश कॉलोनी में बोडोफा उपेंद्र नाथ ब्रह्मा की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा, "पहलगाम में जो हमारे भाई-बहन आतंकवाद की भेंट चढ़े, उन्हें मेरी श्रद्धांजलि। मैं उनके परिवार वालों से कहना चाहता हूं कि यह केवल उनका निजी दुख नहीं है, यह पूरे देश का दुख है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।"

हमले को नहीं समझे अपनी जीत

गृह मंत्री ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वो समझते हैं कि इस हमले से उन्होंने कोई जीत हासिल की है, तो यह उनकी सबसे बड़ी भूल है। उन्होंने दोहराया कि केंद्र सरकार और सुरक्षाबल इस हमले का बदला लेंगे और आतंक के नेटवर्क को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे।

आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन

अमित शाह ने कहा कि आज दुनिया भारत के साथ है। आतंकवाद एक वैश्विक समस्या है और इसका समाधान पूरी सख्ती के साथ ही संभव है। उन्होंने कहा, "भारत आज वह देश है जो अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। हम आतंक के खिलाफ न सिर्फ लड़ रहे हैं, बल्कि उसे खत्म करने की दिशा में तेज़ी से बढ़ रहे हैं।"

पहलगाम आतंकी हमला: एक नज़र में

22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक भयानक आतंकी हमला हुआ था। आतंकियों ने पर्यटकों को निशाना बनाते हुए पहले उनके धर्म की पूछताछ की और फिर गोलियां चलाईं। इस निर्मम हमले में 26 लोगों की मौत हो गई और 17 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पूरे देश में इस हमले को लेकर गुस्सा है, और सरकार ने इसे एक सुनियोजित आतंकी साजिश करार दिया है।

शाह का घटनास्थल का दौरा

हमले के अगले दिन अमित शाह खुद बैसरन घाटी पहुंचे, जहां उन्होंने सेना और पुलिस अधिकारियों से विस्तृत रिपोर्ट ली। उन्होंने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और पीड़ित परिवारों से मुलाकात भी की।

निष्कर्ष:
गृह मंत्री का यह बयान दर्शाता है कि भारत अब आतंक के खिलाफ किसी भी सूरत में नरमी नहीं बरतेगा। देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और जो भी इसे चुनौती देगा, उसे करारा जवाब मिलेगा।