
By Jitendra Jangid- दोस्तो जैसा कि हम सब जानते हैं कि आज के युवाओं को स्ट्रीट फूड बहुत ही पसंद हैं, जिनमें मोमोज एक लोकप्रियप व्यंजन हैं, जिसे अक्सर स्ट्रीट वेंडर से लेकर फैंसी रेस्तराँ तक में खाने के लिए एक पसंदीदा विकल्प के रूप में देखा जाता है। लोकप्रियता मोमोज लगभग हर जगह मिल सकते हैं - चाहे स्थानीय स्ट्रीट स्टॉल पर या हाई-एंड रेस्तराँ में, जो उन्हें कई खाद्य प्रेमियों के लिए एक अनूठा विकल्प बनाता है। लेकिन क्या आपको पता हैं इसके रोज सेवन से कई प्रकार के स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न होते हैं, आइए जानते हैं इनके बारे में-

रासायनिक योजक
अधिकांश मोमोज ऐसे तत्वों से बनाए जाते हैं जिनमें रासायनिक योजक और ब्लीचिंग शामिल होते हैं, जो नियमित रूप से सेवन करने पर हानिकारक हो सकते हैं। ये रसायन मधुमेह का जोखिम बढ़ा सकते है।
मधुमेह का बढ़ा हुआ जोखिम
आटे और भरावन में मिलाए जाने वाले रसायन और ब्लीच समय के साथ इंसुलिन संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है।
खाद्य विषाक्तता
रोजाना मोमोज खाने से खाद्य विषाक्तता का खतरा भी बढ़ जाता है, खासकर अगर उन्हें ठीक से तैयार, संग्रहीत या परोसा न जाए। ।
बवासीर और पाचन संबंधी समस्याएँ
मोमो आमतौर पर मैदा से बनाए जाते हैं, जिसमें ज़रूरी पोषक तत्व और फाइबर की कमी होती है। बार-बार खाने से कब्ज जैसी पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।

पेट से जुड़ी समस्याएँ
मैदा और वसायुक्त भराई से भरपूर आहार पाचन तंत्र पर अनावश्यक दबाव डाल सकता है। इससे पेट में सूजन, अपच और बेचैनी जैसी पुरानी पेट संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।
मोटापा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएँ
हर दिन मोमोज खाने से कैलोरी की मात्रा अधिक होने के कारण वजन बढ़ सकता है। इससे मोटापा हो सकता है, जिससे हृदय संबंधी समस्याएँ, तंत्रिका विकार और आंतों की जटिलताओं का जोखिम बढ़ जाता है।
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