Indo-China: चीन से युद्ध हुआ तो कैसे मुंहतोड़ जवाब देगा भारत? आर्मी चीफ ने दिया सेना की ताकत का ब्यौरा
- byVarsha
- 08 Mar, 2025

PC: newsnationtv
भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को चीन और पाकिस्तान को लेकर एक अहम बयान दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चीन पर भरोसा नहीं किया जा सकता और आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने में विफल रहने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की। एक कार्यक्रम में बोलते हुए जनरल द्विवेदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारतीय सेना तेजी से आधुनिक तकनीक अपना रही है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।
भारत की सैन्य उन्नति और तैयारी
चीन के साथ संघर्ष की संभावना को संबोधित करते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना ड्रोन तकनीक और अन्य सैन्य क्षमताओं में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही है। उन्होंने खुलासा किया कि भारत के पास अब एके-47 फायर करने और मिसाइल लॉन्च करने में सक्षम ड्रोन हैं। अगर चीन ड्रोन हमला करने की कोशिश करता है, तो भारतीय सेना उतनी ही ताकत से जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि युद्ध कभी भी किसी देश के हित में नहीं होता, लेकिन जरूरत पड़ने पर भारत जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।
भारत-चीन सीमा पर मौजूदा स्थिति
2020 में, देपसांग और डेमचोक के पूर्वी लद्दाख क्षेत्रों में भारत और चीन के बीच तनाव बढ़ गया था। मौजूदा हालात के बारे में पूछे जाने पर जनरल द्विवेदी ने पुष्टि की कि स्थिति सामान्य हो गई है। दोनों देशों की सेनाएं क्षेत्र में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से मुद्दों को सुलझाने के लिए जब भी आवश्यक हो, चर्चा करती हैं।
पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी
पाकिस्तान के बारे में जनरल द्विवेदी ने आतंकवाद से निपटने में उसकी निष्क्रियता के लिए पड़ोसी देश की आलोचना की। उन्होंने कहा कि इस लापरवाही के कारण भारतीय सेना हर समय सतर्क रहती है। उन्होंने कश्मीर में महत्वपूर्ण बदलाव पर भी प्रकाश डाला, जहां आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्र अब संपन्न पर्यटन स्थल बन गए हैं।
सेना प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय सेना ने आतंकवाद के खिलाफ कई ऑपरेशन सफलतापूर्वक चलाए हैं, जिससे क्षेत्र में शांति आई है। इस बदलाव के कारण उन्होंने इसे "आतंकवाद से पर्यटन की ओर बदलाव" बताया। भारतीय सेना के निरंतर प्रयासों से घाटी में स्थिरता बनाए रखने में मदद मिली है।
राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, भारतीय सेना देश के भीतर शांति और स्थिरता सुनिश्चित करते हुए किसी भी बाहरी खतरे का मुकाबला करने के लिए तैयार रहती है।